2013 में एक मूवी आई थी जिसे आप में से कई ने देखा होगा, खासकर की जिन्हे डरावनी मूवी देखने में दिलचस्पी है। इस मूवी का नाम था " द कंजूरिंग"। ये मूवी बाकी मूवीज से अलग थी क्योंकि ये बाकी मूवी की तरह काल्पनिक फिल्म नहीं थी बल्कि ये मूवी एक असल घटना पर आधारित थी। इस मूवी की सबसे रहस्यमय और सबसे डरावनी कंटेंट थी एक डॉल जिसका नाम था "एनाबेला"।कॉंजुरिंग फिल्म, तीन दोस्तों की कहानी है जिन्हें एक भूतहा गुड़िया बहुत परेशान करती है। उनकी परेशानी को हल करने के लिए पैरानॉर्मल इंवेस्टिगेटर्स, एड और लॉरेन आते हैं जो किसी तरह इस डॉल को अपने नियंत्रण में लेकर अपने पास सुरक्षित रखते हैं। इस फिल्म में इस डॉल की रहस्यमय कहानी को बताया गया है। इस फिल्म में आपको "एनाबेला डॉल" कुछ इस तरह दिखती होगी।
मगर ये डॉल भी बाकी गुडियो की ही तरह एक साधारण सी दिखने वाली एक डॉल है। फिल्म में इस डॉल के कंटेंट को आकर्षक बनाने के लिए इस फिल्म के डायरेक्टर ने इस गुड़िया को रिडिजाइन करवाया था। जिससे ये फिल्म और मजेदार बने। तो चलिए शुरू करते एनाबेला डॉल की सच्ची कहानी।
दोस्तों, आपको वह सच्ची कहानी नहीं पता जो हम आपको आज बताने जा रहे हैं। ये एक भूतिया गुड़िया की असली कहानी है। ये कहानी शुरू होती है 1970 में जब एक लड़की जिसका नाम था "डोना", उसे उसकी माँ उसके जन्मदिन पर एक एन्टिक डॉल गिफ्ट करती है। डोना को बचपन से ही गुडियो के साथ खेलना बहुत पसंद था यही कारण था कि डोना कॉलेज में होने के बावजूद डॉल से खेलती थी। डोना अपनी एक दोस्त(एंजी) के साथ एक अपार्टमेंट में रहती थी। डोना नर्स की पढ़ाई कर रही थी। जब डोना को उसकी माँ ने वह डॉल गिफ्ट में दिया तो वह बहुत खुश हुई ।पहले तो सब ठीक रहा लेकिन कुछ समय बाद अचानक से घर में अजीबोगरीब एक्टिविटीज होने लगीं। कुछ दिनों के बाद डोना और एंजी ने नोटिस किया की वो डॉल अपने आप ही आपने स्थान से हील कर किसी दूसरे स्थान पर चली जाती थी। वो जब कॉलेज से वापस घर आती थी तब डॉल की पोजीशन बदल जाती थी । जैसे कि कभी कभी वे देखती थी की वो डॉल एक कमरे से दूसरे कमरे में आपने आप ही पहुँच जाती थी।
कुछ दिनों के बाद ये घटनाएँ और बढ़ने लगी और डरावनी होने लगी। एक दिन वो दोनों दोस्त जब अपने कॉलेज से वापस घर लौटे तो उन्होंने देखा की उनके कमरे में बहुत से कागज पर लिखा था "हेल्प अस! हेल्प अस!" उसके बाद उन्होंने एक पैरानॉर्मल इन्वेस्टिगेटर को बुलाया उस गुड़िया की जाँच करने के लिए। उस पैरानॉर्मल इन्वेस्टिगेटर ने जाँच के बाद ये बताया की ये डॉल एक मरी हुई लड़की की आत्मा है। जिसका नाम था "एनाबेला हिग्गिन्स"। उस इन्वेस्टिगेटर ने एनाबेला की आत्मा से बात करने की कोशिश की। एनाबेला की आत्मा ने उसे बताया कि वह उसी ज़मीन पर पहले रहती थी जिस ज़मीन पर वो अपार्टमेंट बना है जिसपर ये दोनों दोस्त रहती है। एनाबेला ने ये भी बताया कि उसकी मौत तब हो गयी थी जब उसकी उम्र केवल 7 वर्ष थी। उसने कहा की वो डोना और उसकी दोस्त के साथ सुरक्षित महसूस करती है। इसी कारण से वो उन दोनों के साथ ही रहना चाहती थी। डोना और एंजी को उस छोटी लड़की की कहानी सुनकर उसपर दया आ गयी और वे दोनों उसे अपने साथ रखने के मान गए।
डोना का एक और दोस्त था "लौ" वो भी उन दोनों के साथ रहता था दूसरे कमरे मे। "लौ" का कुछ और ही कहना था। उसे वो डॉल शुरू से ही पसंद नहीं थी। दोनों लड़कियों ने तो उस डॉल को एक्सेप्ट कर लिया पर उसका कहना था कि वह डॉल बहुत खतरनाक है और उन्हें उसे एक्सेप्ट नहीं करना चाहिए। लेकिन डोना ने लौ की बात नहीं मानी क्युकी उसे उस इन्वेस्टिगेटर की बात सही लग रही थी। इन्वेस्टिगेटर ने उनसे ये कहा था कि उस डॉल में एक 7 साल की लड़की की आत्मा है जो की किसी को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहती बल्कि प्यार पाना चाहती है। पर डोना को ये नहीं पता था की उस इन्वेस्टिगेटर की बात जल्द ही गलत साबित होने वाली है।
एक रात जब आधी रात में लॉ की नींद खुली तब उसने पाया कि वह अपने शरीर को ज़रा सा भी नहीं हिला पा रहा है और उसे एक बच्चे की हसि सुनाई दी और जब उसने नीचे देखा तो उसे एनाबेला डॉल दिखी जो उसके तरफ आ रही थी और एनाबेला लौ के शरीर पर आ कर रुक गयी और उसे देखने लगी जिसके बाद लौ बेहोश हो गया। मगर अगले दिन जब उसे होश आया तो उसने देखा की एनाबेला तो अपने रूम में ही है, जिसके कारण लौ ये निश्चित नहीं कर पा रहा था की रात को जो भी हुआ वो एक सपना था की असलियत।
एक दिन जब लौ और एंजी अपार्टमेंट में अकेले थे तब उन्हें डोना के कमरे से कुछ आवाज सुनाई दिया। जब लौ उस कमरे में गया तो उसे उस डॉल के आलावा कुछ भी नहीं दिखा। मगर अचानक उसे आपने छाती पर कुछ दर्द महसूस हुआ। जब उसने अपने छाती पर देखा तो उसे कुछ निशान दिखा और उस जगह से खून निकल रहा था।इस घटना के बाद वे लोग डर गए और उन्होंने एक प्रीस्ट को बुलाया जिनका नाम था "फ़ादर हेगन"। मगर "फ़ादर हेगन" को लगा की वे इस काम के लिए सही नहीं है इस आत्मा के बारे में जानने के लिए उन्हें फ़ादर कुक से बात करनी चाहिए जो की एक बहुत बड़े प्रीस्ट थे। फ़ादर कुक ने बाद में जा के "एड वारेन" और "लोरेन वारेन" से कांटेक्ट किय।
एड वारेन और लोरेन वारेन ने उस अपार्टमेंट में जाकर डोना, लौ, और एंजी से बात किया।और इन्वेस्टीगेशन के बाद उन्हें पता चला की वो कोई 7 साल की बच्ची की आत्मा नहीं है बल्कि एक शैतान की आत्मा है जो एक छोटी बच्ची बनने का नाटक कर रहा है। और वह आत्मा तीनों में से किसी एक के शरीर पर कब्ज़ा करना चाहती थी। ये सब जानने के बाद डोना ने उस डॉल को एड और लोरेन वारेन को देने का निश्चय किया।
जब वे उस डॉल को अपने साथ लेकर जा रहे थे तब बिच बिच में उनकी कार की ब्रेक और स्टीयरिंग विल काम करना बंद कर दे रही थी। उन्होंने उस गुड़िया पर काबू करने की बहुत कोशिश की मगर वे लोग नाकाम रहे, अंत में उन्होंने उस डॉल पर "हॉली वाटर" झिरकने का निश्चय किया। जिसके बाद उस डॉल का प्रकोप कम हो गया और वे डॉल शांत हो गयी। जिसके बाद वे लोग अपने घर पहुँच सके। कुछ दिनों तक उन लोगो ने भी यह देखा कि वे गुड़िया अपने आप ही एक कमरे से दूसरे कमरे में पहुँच जाती थी।
उस गुड़िया की कहानी बहुत प्रसिद्ध हुई। एक दिन एक कैथोलिक प्रीस्ट जिनका नाम था "फ़ादर जैसन ब्रैडफोर्ड" एड और लोरेन वारेन के घर पहुचे। वे उस डॉल को देखना चाहते थे जब वे उस डॉल को देखे तो उन्होंने उसके पास जा कर कहा "यू आर जस्ट अ डॉल, यू कैन नॉट हर्ट एनीवन"। ये सुनते ही लोरेन ने उस प्रीस्ट को कहा की अगर आप इस बात को नहीं कहे रहते तो अच्छा होता। और प्रीस्ट वहाँ से चले जाते है। और जैसे के एद ने सोचा था, कुछ समय बात एक फ़ोन कॉल आता है जिसमे प्रीस्ट ने बताया कि वे एक कार ऑक्सीडेंट में बाल- बाल बचे है।ये सुनकर एड वारेन और लोरेऩ वारेन ये निश्चय करते है की उस गुड़िया को वे एक वुडेन केस में रखेंगे क्योंकि उन्हें लगा कि वे एक बहुत खतरनाक गुड़िया है। और वो गुड़िया आज भी उसी वुडेन केस में ही बंद है। और वो वुडेन केस "The Warrens' Occult Museum" in Monroe, Connecticut में रखा हुआ है।
वो डॉल एक वुडेन केस में बंद होने के बावजूद भी अपनी शक्ति का इस्तेमाल कर लेती है। एक बार वारेन अपने एक दोस्त को वो डॉल दिखा रहे थे और तब ही उसके दोस्त ने उस डॉल के सामने ही उसका मज़ाक उड़ा दिया। और जब वो लड़का आपने घर जा रहा था तब ही उसकी एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गयी। ये गुड़िया आज भी उसी म्यूजियम में पाई जा सकती है। और ये डॉल दुनिया की सबसे खतरनाक और श्रापित डॉल है। और जब वे गुड़िया उस वुडेन केस में राखी गयी थी तब से लेकर आज तक जब जब उस वुडेन केस को खोला गया है तब तब कुछ-न-कुछ बुरा हुआ है। वे गुड़िया अपने आप में ही एक रहस्य है।
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1.Biggest Unsolved Mysterious Miracles of India
2. Unsolved mysteries of the pyramids of Egypt
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